‘ओमिक्रॉन’ के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं और देश की स्वास्थ्य संस्थाएं कोविड-19 टीकाकरण को बढ़ावा देने पर जोर दे रही हैं। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि दिसंबर 2021 के खत्म होने तक सभी योग्य लोगों का वैक्सीनेशन हो जाएगा। इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ सरकार ने डोर-टू-डोर वैक्सीनेशन की बात कही थी।
अब यह साल खत्म होने को है और सरकारी वेबसाइट कोविन पर जारी किए गए आंकड़ों को देखकर लगता है कि 100 फीसद वैक्सीनेशन इस साल संभव नहीं है। 30 दिसंबर की सुबह जारी किए आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक कोविड-19 वैक्सीन की 143.87 करोड़ से अधिक डोज लग चुकी है। कल बुधवार को यह आंकड़ा 143.15 करोड़ तक था।
आगे हम पहली और दूसरी खुराक की बात करें तो करीब 84 करोड़ 32 लाख लोगों को पहली खुराक और 59 करोड़ 54 लाख को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इस आधार पर हम देखें तो अभी तक पूर्ण वैक्सीनेशन के लक्ष्य से हम काफी पीछे हैं। क्योंकि, सरकारी आंकड़े तो यही बयां कर रहे हैं।
साथ ही कोविड सैंपल की जांच भी तेजी से की जा रही है। सरकार के ट्विटर हैंडल COVIDNewsByMIB के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के भीतर देशभर में करीब 11 लाख से अधिक सैंपल की जांच की गई है। वहीं, अगर कोविड केस की बात करें तो करीब 13 हजार नए केस सामने आए हैं। इसके अलावा कोविड 19 के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ के केस भी बढ़ रहे हैं। कल तक ‘ओमिक्रॉन’ के 781 मामले थे जो अब 961 हो चुके हैं। हालांकि, देश की राजधानी दिल्ली में मॉल, स्कूल-कॉलेज, जिम आदि को बंद कर दिया गया है। वहीं, महाराष्ट्र में 07 जनवरी, 2022 तक धारा 144 लागू कर दी गई है।