दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी के बाद एक बार फिर नये संक्रमणों में वृद्धि देखने को मिल रही है और 11-18 अप्रैल के बीच संक्रमण दर में करीब तीन गुना बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। यह जानकारी शहर के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से सामने आई है। इन आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 11 अप्रैल को संक्रमण दर 2.70 फीसदी रही थी जो 15 अप्रैल को बढ़कर 3.95 फीसदी जा पहुंची। अगले ही दिन 16 अप्रैल को संक्रमण दर 5.33 फीसदी हो गई और 18 अप्रैल को यह बढ़कर 7.72 फीसदी तक पहुंच गई।
इसके मुताबिक, पिछले सप्ताह दिल्ली में 67,360 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 2,606 में संक्रमण की पुष्टि हुई । इस अवधि में औसत संक्रमण दर 4.79 फीसदी रही। दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में 11 अप्रैल को 5,079 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 137 संक्रमित पाए गए। यहां 18 अप्रैल को 6,492 नमूनों की जांच की गई, जिनमें 501 से अधिक में संक्रमण की पुष्टि हुई। इस अवधि में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के दो मरीजों की मौत हुई।
चिकित्सकों का कहना है कि आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि, उनका कहना है कि मौजूदा हालात अधिक चिंताजनक नहीं हैं क्योंकि अधिकतर मामले हल्के संक्रमण के हैं और ये वायरस के ओमिक्रॉन एक्सई वेरिएंट के कारण हैं। सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसीन के प्रमुख डॉ जुगल किशोर ने कहा, ”यह स्वरूप अधिक तेजी से फैलता है लेकिन इससे हल्का संक्रमण हो रहा है। यह केवल ऊपरी श्वसन प्रणाली के संक्रमण का कारण बन रहा है।”
चिकित्सकों ने कहा कि मामले बढ़न पर मृत्युदर में थोड़ी बढ़ेगी एवं अस्पतालों में भर्ती की दर में भी इजाफा होगा लेकिन यह नियंत्रण के बाहर नहीं होगा। सर गंगा राम अस्पताल में श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ अभिनव गुलियानी ने कहा, ”लोगों को सतर्क रहना चाहिए। मामलों में वृद्धि होगी, हालांकि, यह नियंत्रण से बाहर नहीं जाएगी।” दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण शहर में बढ़ते संक्रमण पर चर्चा करने के लिए बुधवार को बैठक करेगी जहा मास्क लगाने की अनिवार्यता पर चर्चा होने की संभावना है।