बांग्लादेश की सरकार ने रविवार को चेतावनी दी कि ईद-उल-अजहा की छुट्टियों के बाद कोरोना वायरस से होने वाली मौतों और संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंताओं के बीच, अगर कोविड-19 के मामले मौजूदा गति से बढ़ते रहे तो अस्पतालों में मरीजों के लिए कोई जगह नहीं बचेगी।
बांग्लादेश में वर्तमान समय में कोविड-19 मामलों और मौतों में नये सिरे से वृद्धि देखी जा रही है। बांग्लादेश में रविवार को कोविड-19 के 11,291 नये मामले सामने आये जबकि 228 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई।
सरकार ने पिछले हफ्ते ईद-उल-अजहा त्योहार के मद्देनजर सख्त लॉकडाउन में ढील दी थी। हालांकि, शुक्रवार को सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 14 दिनों के लिए “सख्त” राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया।
‘द डेली स्टार’ अखबार ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक ने कहा कि नये मामलों को कम करने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान सभी को प्रतिबंधों का पालन करना चाहिए।
मलिक ने यहां बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी (बीएसएमएमयू) कन्वेंशन सेंटर का दौरा करने के बाद कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि मरीजों की संख्या बढ़े। मरीजों की संख्या कम करने के लिए हमें संक्रमण को कम करना होगा।’’
उन्होंने देश भर के कई शहरों में बढ़ती संक्रमण दर पर चिंता जताते हुए चेतावनी दी, ‘अगर इसी तरह संक्रमण बढ़ता रहा तो अस्पतालों में कोई जगह नहीं बचेगी।’’
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘अगर कोरोना वायरस की स्थिति को नियंत्रण में नहीं लाया गया तो यह देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा, जो हम नहीं चाहते हैं। इसलिए स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का पालन करने का कोई विकल्प नहीं है।’’
खबर में कहा गया है कि 200 गहन देखभाल इकाइयों और उच्च निर्भरता इकाइयों सहित 1,000 बिस्तरों वाला बीएसएमएमयू फील्ड अस्पताल अगले शनिवार से काम करना शुरू कर देगा।
शनिवार को भारत ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन में 200 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन की खेप बांग्लादेश भेजी।
बांग्लादेश में कोविड-19 मामलों के बारे में विवरण देते हुए, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में संक्रमण से 228 लोगों की मौत हो गई, जिससे देश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19,274 हो गई।ढाका में 69 मौतें हुईं।
इसमें कहा गया है कि पिछले 24 घंटों के दौरान 30.04 प्रतिशत की संक्रमण दर के साथ 11,291 नए मामले सामने आए, जिससे देश में कुल मामले बढ़कर 11,64,635 हो गए।