विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने ऐलान किया है कि वह अक्टूबर में अपनी इमरजेंसी यूज लिस्ट (Emergency Use Listing) में कोवैक्सीन (Covaxin) को शामिल करने पर फैसला लेगा। इस प्रस्ताव पर विचार करने के लिए 5 अक्टूबर को टीकाकरण पर विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह की WHO में बैठक होने वाली है। वहीं सूत्रों ने ANI को पहले बताया था कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) से ज्यादा डेटा मांगा था।
बता दें कि भारत बायोटेक ने 9 जुलाई को ही WHO की मंजूरी के लिए जरूरी डेटा जमा करा दिया था। WHO की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, Covaxin के निर्माताओं के डोजियर को समीक्षा के लिए स्वीकार कर लिया गया है। WHO ने बिना कोई तारीख बताते हुए ये साफ कर दिया है कि कोरोना की इस वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी अक्टूबर से आगे बढ़ने की संभावना नहीं है। इस बीच, भारत में, कुल 64,71,52,176 व्यक्तियों को टीका लगाया गया है, जबकि उनमें से 23,58,19,230 को टीके की दूसरी खुराक भी मिल चुकी है।
Covaxin- एक प्रभावी टीका
गौरतलब है कि Covaxin इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा विकसित एक कोरोना वायरस वैक्सीन है। जबकि तीसरे फेज के ट्रायल में 18-98 की उम्र के बीच 25,800 प्रतिभागियों को लिया गया था और इसमें 60 साल से ज्यादा के 10% शामिल थे, वहीं वैक्सीन की दूसरी खुराक देने के 14 दिन बाद विश्लेषण किया गया था। इसके अंतिम नतीजों के अनुसार, ये वैक्सीन गंभीर कोरोना बीमारी के खिलाफ समग्र रूप से 77.8% और 93.4% प्रभावकारिता दिखाती है।
अभी तक Covaxin को भारत, एस्टोनिया, ईरान, फिलीपींस, मॉरीशस, मैक्सिको, नेपाल, गुयाना, पराग्वे और जिम्बाब्वे जैसे चुनिंदा देशों में ही मंजूरी दी गई है। बता दें कि कोविड-19 संकट के बीच इमरजेंसी यूज की मंजूरी एक गेमचेंजर हो सकती है, क्योंकि इससे देशों को वैक्सीन आयात करने, विदेशों में इसके निर्माण की सुविधा प्रदान करने और साथ ही, टीकाकरण करने वालों के लिए वैश्विक यात्रा को आसान बनाने में मदद मिलेगी। वहीं Covaxin की आपूर्ति सितंबर में 3.5 करोड़ खुराक से बढ़ाकर अक्टूबर में 5.5 करोड़ खुराक करने की तैयारी हो रही है।