केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए चल रहे राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत शनिवार को टीके की 62 लाख खुराक दी गई जिन्हें मिलाकर अबतक देश में दी गई खुराकों की संख्या 85 करोड़ के पार हो गई है। वहीं, आपको बता दें कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में भारत के सामूहिक प्रयासों पर 6 करोड़ से ज्यादा लोग पानी फेर सकते हैं। लोगों को हर स्तर पर वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद लोग बड़ी संख्या में लापरवाही कर रहे हैं। जारी आंकड़ों के अनुसार देश में 6.12 करोड़ लोगों ने अब तक अपनी दूसरी डोज नहीं लगवाई है। इस मामले में छत्तीसगढ़ का हाल सबसे बुरा है। छत्तीसगढ़ में 47.8% लोगों ने 112 दिन बाद भी दूसरी डोज नहीं ली।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाने वालों की संख्या बहुत बड़ी है। यह सरकार के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गया है। हम सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को कह रहे हैं कि ऐसे लापरवाह लोगों की सख्त मॉनिटरिंग की जाए। मंत्रालय द्वारा जानकारी दी गई है कि जिन 6.12 करोड़ लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है, उनमें से 10 फीसदी लोग कोवैक्सिन वाले हैं। इन लोगों केा 42 दिनों के अंदर दूसरी डोज लगवानी थी।
मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में टीकाकरण के तहत टीके की 63,04,33,142 पहली खुराक और 22,50,45,137 दूसरी खुराक दी गई है। आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक 28 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लग जानी चाहिए थी।
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 से देश की सबसे असुरक्षित आबादी को बचाने का वैक्सीनेशन एक हथियार है और इसकी उच्च स्तर पर नियमित समीक्षा और निगरानी की जा रही है।