विस्तारवादी रवैया अपनाने वाला चीन ‘क्वाड’ से हमेशा बौखलाया हुआ रहता है। क्योंकि इस संगठन को वह चीन विरोधी मानता है। वह इस संगठन को इसलिए खतरा मानता है क्योंकि इसमें अमेरिका, आस्ट्रेलिया, जापान और भारत जैसी शक्तियां शामिल हैं। हाल ही में चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश को इस समूह से दूर रहने की नसीहत दे डाली है।
चीन ने बांग्लादेश को नसीहत देते हुए कहा कि वह गुटबाजी की राजनीति से दूर रहे। करीब सालभर पहले चीन ने सार्वजनिक तौर पर बांग्लादेश को क्वाड समूह में शामिल नहीं होने का सुझाव दिया था। क्वाड चार देशों का समूह है, जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक लिउ जिनसोंग ने चीन में बांग्लादेश के राजदूत महबूब-उज-जमां से बुधवार को कहा, ‘चीन मानता है कि बांग्लादेश समेत अन्य क्षेत्रीय देश अपने देशों और क्षेत्र के मूलभूत हितों का ध्यान रखेंगे तथा अपनी स्वतंत्रता बरकरार रखते हुए शीत युद्ध की मानसिकता और गुटबाजी की राजनीति को खारिज करेंगे।’ बीजिंग में जारी विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि लिउ ने राजदूत के साथ बैठक में कहा कि क्षेत्रीय देशों को सच्चे बहुपक्षवाद की रक्षा करनी चाहिए और इस क्षेत्र में शांति और विकास के लिए कड़ी मेहनत से प्राप्त माहौल को संरक्षित करना चाहिए।
दक्षिण चीन सागर पर ड्रेगन करता है दादागिरी
बयान के मुताबिक, बैठक के दौरान लिउ ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के हालिया भाषण पर भी हमला बोला, जिसमें ब्लिंकन ने चीन पर विस्तारवादी होने का आरोप लगाया था। अमेरिका इससे पहले भी चीन पर कई बार हमले बोल चुका है।
दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी को सभी जानते हैं। अमेरिका कई बार चीन के दक्षिण चीन सागर पर दावे और इस सागर के आसपास रहने वाले द्वीपीय देशों को डराने धमकाने के मामले में आगाह कर चुका है। चीन को घेरने के लिए अमेरिका ने आस्ट्रेलिया, जापान और भारत जैसे देशों को जोड़कर क्वाड का गठन किया है। इस संगठन से चीन चिढ़ा रहता है। पिछले दिनों जापान में आयोजित क्वाड देशों के समूह की बैठक से भी चीन बौखला गया था।