चीन हमेशा अपने दायरे को बढ़ाने की फिराक में रहता है। ताजा मामला भी कुछ ऐसा ही है। वह एशिया समेत अन्य देशों में अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है। हालही में उसने प्रशांत महासागर के छोटे से द्वीपीय देश सोलोमन में मिलिट्री बेस (China Military Base) बनाया है।
चीन के इस कदम ने बाकी देशों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। जो देश ज्यादा चिंतित हैं, उनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं। बीती 27 अप्रैल को ऑस्ट्रेलिया के एक मंत्री ने ये संभावना जताई थी कि चीन सोलोमन में चीनी सेना भेजेगा।
बता दें कि सोलोमन आईलैंड से एक ग्वाडल कैनाल प्रशांत महासागर से ऑस्ट्रेलिया होते हुए न्यूजीलैंड तक निकलती है। ऐसे में अमेरिका और ब्रिटेन ने ये घोषणा की है कि वह ऑस्ट्रेलिया को न्यूक्लीयर सबमरीन देंगे।
चीन ने सोलोमन में क्यों मिलिट्री बेस बनाया?
सोलोमन की जनसंख्या करीब 7 लाख है। चीन का कहना है कि वह सोलोमन में शांति और हालात को स्थिर रखने के साथ ही व्यापार में बढ़ोतरी के लिए ऐसा कर रहा है। जबकि जानकारों का कहना है कि चीन सोची समझी योजना के मुताबिक, सोलोमन में अपना दायरा बढ़ा रहा है। हालांकि एक बात तो साफ है कि पूरी दुनिया इस बात को जानती है कि चीन, अमेरिका से ताकतवर बनकर उस पर प्रेशर बढ़ाना चाहता है और इसीलिए वह लगातार अपने विस्तार में लगा है।