राज्यसभा में 11 अगस्त को हुआ हंगामा अब वाकयुद्ध में बदल गया है। विपक्षी सांसदों ने संसद के मार्शलों (Marshals of Parliament) पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस की सांसद छाया वर्मा (Chhaya Verma) ने पुरुष मार्शलों पर हंगामे के दौरान महिला सांसदों को परेशान करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने संसद में इतने मार्शलों की आवश्यकता पर सवाल उठाया है।
दरअसल, कांग्रेस सांसद छाया वर्मा (Congress MP Chhaya Verma) पर आरोप है कि उन्होंने सदन में हंगामे के दौरान एक महिला मार्शल के साथ धक्का-मुक्की की थी। कांग्रेस की सचेतक छाया वर्मा ने इस हंगामे के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी दावा किया कि सदन में हुई घटना में एक कांग्रेस के सांसद घायल हो गए थे। उन्होंने कहा कि पीयूष गोयल बताएं कि सदन में इतने अधिक मार्शल क्यों बुलाए गए थे?
छाया वर्मा ने सरकार से सवाल किया कि राज्यसभा में हुई घटना के लिए कौन जिम्मेदार है? संसद चलाना सरकार की जिम्मेदारी है। हम जनता की आवाज उठा रहे थे। कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर जनता की आवाज नहीं सुनी जाएगी तो यही होगा। उन्होंने कहा कि सदन में जितने सांसद थे, उससे तीन गुना ज्यादा मार्शल थे।
लोकतंत्र की हो रही हत्या- छाया वर्मा
छाया वर्मा ने कहा कि धक्का-मुक्की के दौरान कांग्रेस की महिला सांसद गिर गई थी और उन्हें चोटें भी आई थी। सदन के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था। यह लोकतंत्र की हत्या हो रही है। सरकार अपने हिसाब से सदन चला रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि पूरा विपक्ष भी अपनी बात नहीं रख पा रहा है। ये कहां का नियम है कि 5 मिनट में तीन बिल पास कराए जा रहे हैं।
राज्यसभा की आंतरिक सुरक्षा रिपोर्ट के अनुसार CPI-M सांसद एलमारन करीम ने एक पुरुष मार्शल के साथ हाथापाई की थी। रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम और छाया वर्मा को एक महिला मार्शल को खींचते हुए देखा गया। इसे लेकर दो सुरक्षा कर्मचारियों ने संसद में विरोध प्रदर्शन के दौरान विपक्षी सदस्यों के व्यवहार के बारे में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
सुरक्षा अधिकारी ने कांग्रेस सांसदों पर लगाया धक्का-मुक्की का आरोप
एक सुरक्षा अधिकारी अक्षिता भट विपक्षी दलों के विरोध के दौरान सदन की मेज की रक्षा के लिए राज्यसभा चैंबर के अंदर तैनात थी। उन्होंने दावा किया कि विरोध प्रदर्शन में शामिल कुछ पुरुष सांसदों ने सुरक्षा घेरा तोड़ने का प्रयास किया था। जब उन्होंने इसका विरोध किया था तो कांग्रेस सांसद छाया वर्मा और फूलो देवी नेताम ने उनके साथ धक्का-मुक्की की थी।