Madhya Pradesh Bus Accident: मध्य प्रदेश एक धार जिले के खलघाट में नर्मदा नदी के पुल पर सुबह तड़के महाराष्ट्र राज्य परिवहन की एक बस अनियंत्रित होकर पुलिया तोड़ती हुई नर्मदा नदी में जा गिरी। अब तक इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई घायलों को भी नदी से निकाला गया है। इस बस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बस इंदौर से अमलनेर की ओर जा रही थी, जो खलघाट के पुल पर से गुजरते वक्त ओवरटेकिंग करते वक्त पुलिस की रेलिंग से टकरा गई और रेलिंग तोड़ते हुए नीचे नर्मदा नदी में गिर गई।
घटना के बाद सोमवार दोपहर में महाराष्ट्र के सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि, “दुर्घटना का शिकार हुई बस दस साल पुरानी थी। और इसका फिटनेस प्रमाणपत्र अगले दस दिनों में समाप्त होने वाला था। जिसके बाद इस बस को रिटायर किया जा सकता था। लेकिन इससे पहले यह बस रिटायर होती एक बड़ी दुर्घटना का शिकार हो गई और कई लोगों की जान ले ली।
पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में जा गिरी थी बस
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के धार जिले के खलघाट में सोमवार को MSRTC की एक बस अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ नर्मदा नदी में जा गिरी थी, जिससे उसमें सवार 13 यात्रियों की मौत हो गई थी। MSRTC के अधिकारियों ने बताया कि बस सोमवार सुबह 7.30 बजे मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से महाराष्ट्र के जलगांव जिले में स्थित अमालनेर के लिए रवाना हुई थी। हालांकि, यह धार और खरगोन जिले की सीमा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या तीन (आगरा-मुंबई रोड) पर एक पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में जा गिरी।
27 जुलाई 2022 को समाप्त हो जाता फिटनेस सर्टिफिकेट
एक वरिष्ठ आरटीओ अधिकारी के मुताबिक, नागपुर ग्रामीण क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में 12 जून 2012 को बस का पंजीकरण कराया गया था और इसका फिटनेस प्रमाणपत्र 27 जुलाई 2022 को समाप्त होने वाला था। फिटनेस प्रमाणपत्र दर्शाता है कि वाहन सड़क पर चलाने योग्य है या नहीं। अधिकारी के अनुसार, बस का प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र और बीमा वैध था। MSRTC ने बताया कि बस चंद्रकांत एकनाथ पाटिल चला रहे थे और प्रकाश श्रवण चौधरी इसके कंडक्टर थे। MSRTC के जन संपर्क विभाग के अनुसार, नागरिकों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित की गई है और वे 022-23023940 पर फोन कर हादसे से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
SUMMARY: THE FITNESS CERTIFICATE OF THE BUS THAT WAS INVOLVED IN AN ACCIDENT IN MADHYA PRADESH EXPIRES AFTER 10 DAYS, BEFORE THAT THIS ACCIDENT HAPPENED