बहुजन समाज पार्टी (BSP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने धर्म परिवर्तन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव दत्तात्रेय होसाबोले (Dattatreya Hosabole) के बयान पर निशाना साधा और कहा कि आरएसएस को भेदभाव के बारे में बात करने के बजाय गरीबी, भूख और देश की अन्य समस्याओं के बारे में बात करनी चाहिए। सुधींद्र भदौरिया (Sudhindra Bhadoria) की यह टिप्पणी उस समय आई है जब आरएसएस ने शनिवार को सुझाव दिया था कि देश में धर्मांतरण बंद होना चाहिए और जो लोग अपनी आस्था की निंदा कर रहे हैं उन्हें सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करनी चाहिए।
एएनआई से बात करते हुए भदौरिया ने कहा, ‘आरएसएस हर समय भेदभाव की बात करता है। इसे देश के भीतर मौजूद समस्याओं के बारे में बात करनी चाहिए, जिसमें गरीबी, भूख, दलित लोगों के खिलाफ अत्याचार और समाज में महिलाओं के साथ अन्याय शामिल हैं। मैं कहना चाहता हूं कि आरएसएस को भेदभाव की बात करने के बजाय कोई अच्छा कार्य करना चाहिए।’
बसपा ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर बोला हमला
बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के लिए केंद्र सरकार की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “हर रोज खबरें आ रही हैं कि पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम बढ़ रहे हैं। अन्य आवश्यक वस्तुओं के दाम भी बढ़ रहे हैं। मोदी सरकार ने लोगों से वादा किया था कि वह अच्छे दिन लाएगी लेकिन सरकार अच्छे दिन नहीं, महंगाई ला रही है। केंद्र सरकार की नीतियों से आम लोग काफी निराश और परेशान हैं।’
‘देश में धर्मांतरण विरोधी विधेयक का स्वागत करेंगे’- RSS
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने घोषणा की कि देश में धर्मांतरण को रोकना चाहिए और जो लोग ऐसा कर रहे हैं उन्हें सार्वजनिक रूप से खुद को सामने रखना चाहिए। शनिवार 30 अक्टूबर को आरएसएस के राष्ट्रीय सचिव दत्तात्रेय होसबाले ने मीडिया से बात करते हुए ऐसे लोगों की आलोचना की, जिन्होंने अपना धर्म बदल लिया है, लेकिन इसे छिपाते हुए दोनों का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा था, ‘धोखाधड़ी के जरिए संख्या बढ़ाना सही नहीं है। यह स्वीकार्य नहीं है।’
धर्मांतरण के खिलाफ विधेयक लाने को लेकर संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि कई राज्यों ने धर्मांतरण विरोधी विधेयक पारित किया है और कई अन्य प्रस्तावों को पारित किया है। इसके बाद केंद्र सरकार द्वारा धर्म परिवर्तन के खिलाफ एक विधेयक पारित होने पर आरएसएस द्वारा स्वागत किया जाएगा।’