शेयर बाजार में गुरुवार का दिन किसी तबाही से कम नहीं रहा। चौतरफा हो रही बिकवाली की वहज से सेंसेक्स आज 1100 से अधिक अंक गिरकर बंद हुआ। बीएसई की 30 कंपनियों में से महज 2 विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक (HCL Tech) ही हरे निशान पर रहीं। आज के कारोबार में एक समय सेंसेक्स 1400 अंत तक गिर गया था। बता दें कि जनवरी से अब तक Sensex करीब 10 प्रतिशत यानि 5,958 अंक गिर चुका है।
हाल के कुछ महीनों से दुनिया भर के शेयर बाजार करेक्शन की चपेट में हैं। खासकर रिकॉर्ड महंगाई (Inflation) के कारण ब्याज दरें बढ़ाने का दौर शुरू होने से बिकवाली तेज हो गई है । कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 1,158.08 अंक (2.14 फीसदी) के नुकसान के साथ 52,930.31 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 359.10 अंक (2.22 फीसदी) के नुकसान के साथ 15,808 अंक पर बंद हुआ। बीते 1 महीने में सेंसेक्स 5,500 अंक टूट चुका है. निफ्टी भी बीते एक महीने में करीब 10 फीसदी गिरा है।
गिरावट के मुख्य कारण
अमेरिका में महंगाई
बाजार गिरने का एक प्रमुख कारण अमेरिका की महंगाई है। अमेरिका में महंगाई के ताजा आंकड़े जारी किए गए हैं. इसके अनुसार, अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई मार्च के 8.5 फीसदी से से कम होकर 8.3 फीसदी पर आ गई है। हालांकि यह 8.1 फीसदी के अनुमान से ज्यादा है । इस बात की आशंका बढ़ गई है कि फेडरल रिजर्व रेट हाइक करने में आक्रामक रवैया अपना सकता है. इस कारण डरे इन्वेस्टर्स बिकवाली कर रहे हैं ।
ग्लोबल ट्रेंड
अमेरिकी बाजार में कल गिरावट देखने को मिली. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 326.63 अंक यानी 1.02 फीसदी की गिरावट में रहा। एसएंडपी500 में 1.65 फीसदी और Nasdaq Composite Index में 3.18 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। आज एशियाई बाजार भी नुकसान में रहे।जापान का निक्की 1.01 फीसदी गिरकर बंद हुआ तो हांगकांग का हैंगसेंग 1.05 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.36 फीसदी के नुकसान में रहा।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स पिछले कुछ महीनों से भारतीय बाजार में बिकवाल बने हुए हैं. शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को एफपीआई ने 3,609.35 करोड़ रुपये की बिकवाली की. इस तरह मई महीने में एफपीआई अब तक17,403 करोड़ रुपये भारतीय बाजार से निकाल चुके हैं ।इस साल की बात करें तो 2022 में अब तक एफपीआई 1,44,565 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं ।