समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। अभी हालही में वह जेल से छूटकर आए हैं और अब ED ने उन्हें समन भेजा है। ईडी ने आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को तलब किया है। बता दें कि ईडी जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े मामले में पैसा जुटाने, यूनिवर्सिटी निर्माण में फंड ट्रांसफर की जांच कर रही है। ईडी ने इन सभी को लखनऊ जोनल ऑफिस में बुलाया है। ईडी मनी लॉड्रिंग के मामले में मां-बेटे से पूछताछ करेगी। ईडी ने इस मामले में सीतापुर जेल में बंद आजम खान से भी पूछताछ की थी।
रामपुर में सपा कैंडीडेट को मिली हार से बौखला गए थे आजम
बता दें हालही में यूपी की रामपुर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने 42,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की और सपा नेता आजम खान के बेहद करीबी माने जाने वाले सपा उम्मीदवार मोहम्मद आसिम राजा को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में जब आजम से इस हार पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये चुनाव था ही कहां? इसे ना आप चुनाव कह सकते हैं और ना ही चुनावी नतीजे कह सकते हैं।
आजम ने बीजेपी पर लगाए थे आरोप
रामपुर लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवार की हार के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके रामपुर की जनता की जीत को हार में बदल दिया। आजम ने दावा किया कि कोई अंतरराष्ट्रीय संस्था ईमानदारी से चुनाव कराए और अगर उनका उम्मीदवार हार जाए, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
बीजेपी की जीत, उनकी जीत नहीं, लोकतंत्र की हार: आजम
रामपुर में भाजपा प्रत्याशी की जीत को लोकतंत्र की हार करार देते हुए आजम ने कहा था कि बहुत अच्छी बात है, वह (भाजपा) जीत गए, लेकिन यह जीत नहीं है उनकी। इसी तरह तो उन्होंने उत्तर प्रदेश की सरकार भी बना ली है और मैं शर्म व एहसास दिलाना चाहूंगा उन तमाम ताकतों को, जो लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं, अपने छोटे-छोटे फायदों के लिए।