मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कोतमा विधानसभा से कांग्रेस के विधायक सुनील सराफ के खिलाफ़ कुछ दिन पहले ‘सुनील सराफ हटाओ, कोतमा बचाओ’ के नारे लगे थे। उनके लापता होने के पोस्टर भी शहर के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और कई चौराहों पर लगे हैं। कोतमा विधायक के शहर में जब ऐसे पोस्टर लगे तो राजनीति भी गरमा गई। विधायक के लापता होने के पोस्टर से नाराज सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता कोतमा थाने के सामने सुनील सराफ के समर्थन में पहुंच तो गए लेकिन जोश और आक्रोश में ये भूल गए कि जिस पार्टी के बैनर तले वे विरोध कर रहे हैं, उसका झण्डा ही उल्टा पकड़ रखा है।
थाने में शिकायत कराने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता
कांग्रेस के उल्टे झंडे के साथ प्रदर्शन की ये तस्वीर सोसल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं। दरअसल, कांग्रेस के ये कार्यकर्ता कोतमा शहर में लगे ‘विधायक लापता’ के पोस्टरों को लेकर नाराज हैं। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि जिस तरह से सुनील सराफ के पोस्टर शहर में लगाए गए हैं, वह एक निंदनीय कार्य है। ऐसे असामाजिक और अपराधिक तत्वों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इसको लेकर थाना प्रभारी को एक ज्ञापन भी सौंपा हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने में शिकायत करते हुए बताया कि कोतमा क्षेत्र के विधायक सुनील सराफ निरंतर कोतमा विधानसभा क्षेत्र में जनता की समस्याओं को क्षेत्र में जाकर सुनते हैं और समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास करते हैं।
पोस्टर लगाने वालों पर कार्रवाई नहीं तो देंगे धरना
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कुछ व्यक्तिगत कार्यों से कोतमा क्षेत्र के विधायक सुनील सराफ इस समय बाहर हैं, जिस पर मौका पाकर कुछ असामाजिक तत्वों और विरोधियों ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और कई चौराहों पर कोतमा क्षेत्र के विधायक सुनील सराफ का लापता होने का पोस्टर चिपकाया है। जो बेहद निंदनीय हैं। इससे विधायक के मान-सम्मान की क्षति एवं क्षेत्र की जनता का अपमान किया गया है। उन्होंने मांग की है कि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और कई चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कराई जाए, जिससे असामाजिक और अपराधिक तत्व और विरोधी के चिपकाए पोस्टर पर कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो धरना प्रदर्शन कर ऐसे ही विरोध जताते रहेंगे।
वहीं इस पूरे मामले में कोतमा एसडीओ पुलिस वी के सिंह का कहना है कि एक लापता का पोस्टर शहर में छपा है और शिकायती आवेदन पत्र प्राप्त हुआ है जिसकी जांच कराकर विधि अनुसार कार्यवाही की जाएगी।