अग्निपथ योजना पर देशभर में मचे बवाल के बीच देश राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल सामने आये हैं। डोवल ने इस स्कीम के बारे में उठते कई सवालों के बारे उन्होंने मंगलवार को कहा कि, “कल की तैयारी के लिए परिवर्तन जरूरी है। अग्निपथ योजना की मांग 22-25 साल से लंबित थी। जो करते रहे है, वही करते रहेंगे तो सुरक्षित नहीं रहेंगे।”
उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना की मांग पिछले 22-25 सालों से की जा रही थी, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने की वजह से यह फैसला रुका हुआ था। हमें भविष्य की जरूरतों को देखते हुए फैसले लेने पड़ते हैं। NSA ने कहा कि देश के चारो तरफ माहौल तेजी से बदल रहा है। हालात को देखते हुए हमे संरचना में बदलाव करना होगा। रक्षा क्षेत्र के हर स्तर और पायदान पर सुधार हो रहा है। देश की सेना को आधुनिक बनने के लिए भारत सरकार आधुनिक हथियार खरीद रही है। जिससे हम अपनी सेना को और भी विश्व स्तरीय बना रहे हैं। सेना को मजबूत बनने के लिए अभी कई और सुधार के कदम उठाए जाएंगे।
नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार होंगे ‘अग्निवीर’
एक इंटरव्यू के दौरान NSA डोवल ने कहा, आज भारत की आबादी में सबसे ज्यादा युवा हैं। दुनिया में सबसे अधिक युवा हमारे यहां हैं। चार साल बाद जिन अग्निवीरों को सेना में नियमित किया जाएगा, उन्हें एक अलग स्तर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। समय के साथ जब उन्हें अनुभव होता जाएगा तो वे दुनिया के सबसे कमाल के सैनिक बनकर सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की औसत उम्र दुनियाभर में सबसे ज्यादा है। दुनिया बड़े बदलाव से गुजर रही है। हमे अज्ञात शत्रुओं से लड़ना है। जिसके लिए यह तमाम बदलाव बहुत आवश्यक हैं। इस बदलाव के बाद सेना के अग्निवीर नई चुनौतियों से निबटने के लिए तैयार होंगे।
सेना में रेजिमेंटल सिस्टम पर उठाते सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि, “देश में अभी 2 से 3 तीन ही जाति आधारित रेजिमेंट हैं। यह रेजिमेंटल आगे भी बनी रहेंगी। इस सिस्टम को कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।”