UP के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में स्थिति रतिभानपुर (Ratibhanpur) में आयोजित सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे में 122 लोगों के मारे जाने की खबर है। ताजा जानकारी के मुताबिक हादसे में 150 महिलाओं और बच्चों के भी घायल होने की आशंका जाहिर की गई है। हालांकि, हादसे के बाद घायल महिला और बच्चों को एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस जनपद में मचे कोहराम ने लोगों को परेशान कर दिया है। भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच जाने से मारे गए लोगों के लाश अस्पताल में गेहूं के दाने की तरह बिखरे हुए है। आलम ये है कि हॉस्पिटल के वार्ड में स्ट्रेचर समेत बाहर बरामदों पर महिलाओं के लाश पड़ी हुई है। इससे पहले हादसे पर एटा के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने पुष्टि करते हुए बताया था कि हॉस्पिटल में कुल 27 लोगों की लाश पोस्टमार्टम के लिए आ चुकी है। इसमें 2 पुरुष है और 25 महिलाएं हैं।
हाथरस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी की प्रतिक्रिया
हाथरस जनपद क़े सिकंदराराऊ थानाक्षेत्र के फुलरई गांव में चल रहे भोले बाबा क़े सत्संग में अचानक भगदड़ मच जाने के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस दौरान मरने वालों की डेड बॉडी एटा मेडीकल कॉलेज पहुंचाई गई। इस हादसे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है। उन्होंने हाथरस सत्संग हादसे में मारे गए लोगों का संज्ञान लेते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने तुरंत घटनास्थल पर अपने उच्च अधिकारियों को मौके पर स्थिति का जायजा लेने और काबू पाने का आदेश दिया है। इसके लिए घायल के बेहतर इलाज का निर्देश दिया है।