स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की ताजा रिसर्च रिपोर्ट ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक आंकड़े प्रस्तुत किए हैं।
अर्थव्यवस्था में उछाल
सौम्य कांति घोष द्वारा लिखी गई इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था 8.3% की दर से वृद्धि देख सकती है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आंकड़ों की तुलना
SBI रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की भविष्यवाणी से उच्च जीडीपी विकास दर प्रत्याशित है।
क्षेत्रवार प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में वित्त, ऑटो, आईटी और फार्मा जैसे क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन देखा गया।
ऋण वृद्धि में वृद्धि
बैंकिंग क्षेत्र में ऋण वृद्धि दोहरे अंकों में बढ़ती देखी गई जो सभी क्षेत्रों में व्यापक हो गई है।
अन्य भविष्यवाणियों की तुलना में
- IMF ने 2023 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि 6.1% आंकी थी।
- भारतीय रिजर्व बैंक ने 8% जीडीपी वृद्धि की भविष्यवाणी की है, पूरे वर्ष के लिए 6.5% की अनुमानित वृद्धि दर है।
महत्वपूर्ण जानकारी: तालिका
- अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर (2024, Q1): 8.3%
- IMF की भविष्यवाणी (2023): 6.1%
- RBI की भविष्यवाणी (2024, Q1): 8%
- RBI की वार्षिक वृद्धि दर भविष्यवाणी (2024): 6.5%
- केंद्रीय पूंजीगत व्यय (Q1, 2023): 2.78 लाख करोड़ रुपये
- केंद्रीय पूंजीगत व्यय (Q1, 2024): 3.45 लाख करोड़ रुपये
इस रिपोर्ट के अनुसार, अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन स्थिर और सहज वृद्धि पर आधारित है।