महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के साथ गुवाहाटी में मौजूद होने का दावा किया है। इस बीच, दावा किया जा रहा है कि शिंदे गुट के समर्थक विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुना है। इस प्रस्ताव वाले पत्र पर 34 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र की कॉपी राज्यपाल और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को भेजी गई है।
एकनाथ शिंदे का कहना है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बैठक में केवल 16 विधायक शामिल हुए। उनका कहना है कि 55 विधायकों में से सिर्फ 16 के पास ग्रुप लीडर नियुक्त करने की शक्ति नहीं है, इसलिए अजय चौधरी की नियुक्ति शिवसेना समूह के नेता के रूप में अवैध है।
शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है
एकनाथ शिंदे के बगावती रुख अख्तियार करने के बाद शिवसेना ने कल यानी मंगलवार को उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था। शिंदे की जगह अजय चौधरी शिवसेना विधायक दल के नए नेता बनाए गए थे। इस बीच, चर्चा है कि सीएम उद्धव ठाकरे अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इससे पहले उद्धव शिवसेना के सभी सांसदों और विधायकों से बात करेंगे। महाराष्ट्र में अभी शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी सरकार है।
वहीं, एकनाथ शिंदे ने का दावा है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा जल्द ही 10 और विधायक उनके साथ आएंगे। शिवसेना के विधानसभा में इस समय 56 विधायक हैं। शिंदे सोमवार देर रात मुंबई से शिवसेना के कुछ विधायकों के साथ निकल गए थे। इसके बाद उन्होंने गुजरात के सूरत में डेरा डाला था। हालांकि बाद में उन्होंने गुवाहाटी जाने का फैसला किया।