श्रीलंका की तरह भारत में भी पेट्रोल-डीजल की किल्लत पैदा हो सकती है, इस तरह की बातें चल रही हैं। राजस्थान, उत्तराखंड और गुजरात जैसे राज्यों से पेट्रोल-डीजल की किल्लत को लेकर खबरें भी सामने आई हैं। ऐसे में लोग पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें लगाकर खड़े हो रहे हैं। कुछ जगहों से हंगामा करने की बात सामने आई है। हंगामा करने के बाद पेट्रोल पंपों को बंद करने की भी नौबत आई।
इसे लेकर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने बयान जारी किया है। मंगलवार को बयान जारी करते हुए इंडियन ऑयल ने कहा कि भारत में तेल आपूर्ति पूरी तरह सामान्य है। तेल कंपनी ने कहा है कि देश के पेट्रोल पंपों पर आपूर्ति और वितरण पूरी तरह सामान्य तरीके से चल रहा है और इसमें किसी भी तरह का कोई संकट नहीं है। तेल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की रुकावट को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने गलत बताया है। तेल कंपनी ने लोगों से पैनिक नहीं होने का आग्रह भी किया है।
शिमला में नहीं मिल रहा पेट्रोल-डीजल
हालांकि, कई राज्यों से पेट्रोल की आपूर्ति कम होने की खबर आई है। तेल कंपनियों की तरफ से आपूर्ति कम करने से हिमाचल में कई जगह पेट्रोल की कमी की बात सामने आई। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लोगों को पेट्रोल और डीजल नहीं मिल रहा है और कई पेट्रोल पंप खाली हैं। तेल कंपनियों की तरफ से इस संकट के पीछे आपूर्ति कम होने वजह बताई गई।
राजस्थान में 57 पेट्रोल पंपों पर लगा ताला
राजस्थान में पेट्रोल-डीजल का संकट पेट्रोल पंप संचालकों के साथ आम लोगों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन रही है। पेट्रोल-डीजल की किल्लत होने पर पेट्रोल पंपों को बंद करना पड़ रहा है। वहीं, जिन पंपों पर पेट्रोल- डीजल बचा है, वहां लंबी कतारें लगी हैं। सीकर जिले के 180 पेट्रोल पंप में से 57 पेट्रोल पंप ड्राई घोषित हो चुके हैं, जहां दो दिन से एक बूंद भी तेल सप्लाई नहीं हुआ है।
सूरत के कई पेट्रोल पंपों पर डीजल खत्म
गुजरात के सूरत शहर में मंगलवार को अचानक नायरा और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपी) के कई पेट्रोल पंपों पर डीजल खत्म हो गया। इन पेट्रोल पंपों पर डीजल नहीं होने के बोर्ड लगा दिए गए हैं। शहर के पेट्रोल पंपों पर पिछले 4-5 दिनों से डीजल की किल्लत चल रही है। लोगों को बिना डीजल के ही लौटना पड़ रहा है।
देहरादून और हरिद्वार में तेल की किल्लत
उत्तराखंड में भी पेट्रोल-डीजल का संकट पैदा होने लगा है। राजधानी देहरादून में संचालित हो रहे हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपी) के पेट्रोल-डीजल के पंप कई दिनों से खाली हैं। वहीं, हरिद्वार में जिले के 208 पेट्रोल पंपों में से ज्यादातर पर तेल खत्म होने के कगार पर है।