महाराष्ट्र में शुक्रवार यानी कि जून को कुल 6 राज्यसभा सीटों के लिए 7 उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। 6 राज्य सभा सांसदों को चुनने के लिए महाराष्ट्र के 285 विधायक मतदान करेंगे। बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 288 विधायक थे, जिनमें से 2 विधायक नवाब मालिक और अनिल देशमुख जेल में हैं और कोर्ट ने उन्हें मतदान करने की इजाजत नहीं दी है। वहीं, शिवसेना के एक विधायक रमेश लटके का पिछले महीने निधन हो गया था। इस तरह राज्यसभा चुनाव में महा विकास आघाड़ी के 3 वोट कम हो गए हैं।
विधायकों की वर्तमान 285 की संख्या के मुताबिक अब हर सीट जीतने के लिए 40.71 वोटों की जरूरत होगी। पहले एक सीट जीतने के लिए 42 वोटों की जरूरत थी। राज्य विधानसभा में बीजेपी के 106 विधायक हैं। इस आंकड़े के मुताबिक, बीजेपी के 2 राज्यसभा सदस्य आराम से जीत जाएंगे। वहीं, एमवीए सरकार की सहयोगी पार्टियों में शिवसेना के 56, एनसीपी के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। इस आंकड़े के मुताबिक, कांग्रेस, शिवसेना और NCP तीनो दलों के एक-एक राज्यसभा उम्मीदवार आसानी से जीत जाएंगे।
महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6वीं सीट के लिए लड़ाई है जिसके लिए 2 उम्मीदवार मैदान में हैं- शिवसेना से संजय पवार और बीजेपी से धनंजय महाडिक। बीजेपी के पास अपने तीसरे उम्मीदवार के लिए 22 वोट हैं जबकि शिवसेना के पास अपने दूसरे उम्मीदवार के लिए 14 वोट है। बीजेपी को 6 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है, और इस तरह बीजेपी की संख्या 113 तक पहुंच जाती है और अपने तीसरे उम्मीदवार के लिए उसके पास 29 वोट हो जाते हैं।
वहीं, MVA के पास 169 वोट हैं, जिसमें 8 निर्दलीय और 8 छोटी पार्टियों के वोट शामिल हैं। अगल निर्दलीय और छोटी पार्टियों को छोड़ भी दिया जाए तो शिवसेना के पास दूसरी सीट के लिए 27 अतिरिक्त वोट हैं। इसमें निर्दलीय और छोटी पार्टियों के वोट जोड़ दें तो शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार के कुल वोटों की संख्या 43 हो जाती है। ऐसे में शिवसेना के लिए अपनी दूसरी सीट जीतना मुश्किल नहीं लग रहा लेकिन अंतिम नतीजे आने के बाद ही महाराष्ट्र की 6वीं राज्यसभा सीट के विजेता का नाम पता चल पाएगा।
इन चुनावों में एक-एक वोट की कितनी अहमियत है इसे चिंचवाड़-पुणे के बीजेपी विधायक लक्ष्मण जगताप के उदाहरण से समझा जा सकता है। जगताप बीमार हैं और उनका अमेरिका में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को वोट डालने के लिए उन्हें एयर एंबुलेंस से मुंबई लाया जाएगा। राज्यसभा चुनाव के लिए कुल 7 उम्मीदवारो में बीजेपी के टिकट पर पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महाडिक, शिवसेना से संजय राउत और संजय पवार, कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी और NCP से प्रफुल्ल पटेल ताल ठोक रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस के 44 विधायकों में ज्यादातर बाहरी चेहरे इमरान प्रतापगढ़ी को पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाये जाने से नाराज हैं। यही वजह है कि कांग्रेस को भीतरघात का भी डर सता रहा है। वैसे यह डर अलग-अलग कारणों से सभी पार्टियों में है और यह वजह है कि सूबे में इस समय होटल और रिजॉर्ट पॉलिटिक्स जोरों पर चल रही है।