भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी ‘‘घर जाकर खाना बनाओ’’ टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने रविवार को यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि राज्य महिला आयोग ने सुले पर की गई कथित टिप्पणी को लेकर पाटिल को नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में उनकी माफी आई है।
माफी पर क्या बोलीं सुप्रिया सुले?
चंद्रकांत पाटिल की माफी के बाद प्रतिक्रिया देते हुए सुले ने कहा कि अपनी माफी से पाटिल ने बड़ा दिल दिखाया है। इसके साथ ही उन्होंने सभी से अब इस मामले को तूल नहीं देने की अपील की। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘सुले के खिलाफ टिप्पणी को लेकर आयोग ने पाटिल को नोटिस भेजा था। इसके जवाब में उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है और कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग को राजनीतिक आरक्षण नहीं मिलने से हताश होकर उन्होंने यह टिप्पणी कर दी थी।’’
पाटिल ने सुले पर की थी ये टिप्पणी
उल्लेखनीय है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिये राजनीतिक आरक्षण की मांग को लेकर भाजपा द्वारा गत बुधवार को आयोजित प्रदर्शन के दौरान पाटिल ने सुले की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘आप (सुले) राजनीति में क्यों हैं, घर जाइए और खाना बनाइए। दिल्ली जाएं या कब्रगाह, लेकिन हमें ओबीसी आरक्षण दिलाएं। लोकसभा सदस्य होने के बावजूद कैसे आप कह सकती हैं कि मुख्यमंत्री से मिलने का समय कैसे लेना है आपको पता नहीं है।’’ पाटिल की माफी पर सुले ने कहा, ‘‘पहले दिन से मैं उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देने से बच रही थी। लेकिन माफी मांग कर उन्होंने बड़ा दिल दिखाया है। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि अब इस मुद्दे को खत्म करें।’’