बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक जून को सर्वदलीय बैठक आयोजित की जाएगी। इसे लेकर बिहार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा है। इस बैठक में राज्य स्तर पर जातीय जनगणना कराने को लेकर चर्चा होगी।
इसे लेकर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, “मैंने पार्टी के अन्य सभी नेताओं को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वे 1 जून को जाति जनगणना पर चर्चा के लिए हमारे साथ शामिल हों। मुझे यकीन है कि सभी इसमें भाग लेंगे।” इससे पहले बिहार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा था कि सभी राजनीतिक दलों को एक जून को होने वाली बैठक के लिए अपने प्रतिनिधियों को भेजने के लिए संदेश भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि बैठक अपराह्न 4 बजे मुख्यमंत्री सचिवालय में होगी। उम्मीद है कि सभी दल इसमें शामिल होंगे और अपने-अपने सुझाव देंगे, जिसके आधार पर मंत्रिपरिषद आवश्यक आदेश पारित करेगी। बता दें कि जातीय जनगणना की मांग ने पिछले कुछ समय से बिहार में जोर पकड़ा है। प्रारंभ में पार्टियों का विचार था कि यह केंद्र की ओर से कराया जाएगा।
जाति आधारित आखिरी जनगणना 1921 में हुई थी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर इसकी मांग की थी। हालांकि, केंद्र सरकार ने अंततः अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के अलावा अन्य सामाजिक समूहों की गणना कराने में असमर्थता जताई।