रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई लंबी खिंचती जा रही है और यही दुनिया की चिंता का सबब भी है। यूक्रेन पर जोरदार तरीके से हमला करने के बावजूद रूस को वैसी कामयाबी नहीं मिल पाई है, जैसी कि उसे उम्मीद थी। इस बीच ब्रिटेन की सेना ने कहा है कि रूस अपने ‘विजय दिवस’ यानी कि 9 मई से पहले यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल और इस्पात संयंत्र को अपने नियंत्रण में लेना चाहता है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की शुरुआत से ही ब्रिटेन रोजाना सार्वजनिक रूप से खुफिया रिपोर्ट जारी करता रहा है।
अजोवस्तल इस्पात संयंत्र क्षेत्र में जारी है लड़ाई
बता दें कि मारियुपोल में अजोवस्तल इस्पात संयंत्र क्षेत्र में कई सप्ताह से लड़ाई जारी है, जहां रूसी बमबारी से बचने के लिए यूक्रेन के सैनिकों और आम नागरिकों ने अंडरग्राउंड सुरंगों में डेरा डाला हुआ है। ब्रिटेन की सेना ने कहा, ‘रूस ने अजोवस्तल इस्पात संयंत्र और मारियुपोल पर कब्जा करने के प्रयास फिर तेज कर दिए हैं, जो 9 मई को विजय दिवस से पहले एक बड़ी उपलब्धि और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेन में एक प्रतीकात्मक सफलता की इच्छा से जुड़ा है।’ रूस दूसरे विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर तत्कालीन सोवियत संघ की जीत की तारीख 9 मई को अपना विजय दिवस मनाता है।
लोगों को सुरक्षित निकालने की पूरी कोशिश: UN
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि यूक्रेन में रूसी बलों से घिरे मारियुपोल और अजोवस्तल इस्पात संयंत्र से आम लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए तीसरा निकासी अभियान जारी है। UN महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने UNSC को बताया कि तीसरा निकासी अभियान जारी है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ ने कहा कि लक्ष्य मारियुपोल और अजोवस्तल इस्पाल संयंत्र में फंसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को निकालने का है। गुतारेस के मुताबिक, मंगलवार को खत्म हुए पहले निकासी अभियान के तहत अजोवस्तल संयंत्र से 101 और इसके आसपास के क्षेत्रों से 59 आम नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया।
मारियुपोल से निकल चुके हैं ज्यादातर रूसी सैनिक: अमेरिका
वहीं, अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि मारियुपोल के इर्द-गिर्द मौजूद ज्यादातर रूसी बल क्षेत्र छोड़कर उत्तर की तरफ बढ़ गए हैं। पेंटागन ने दावा किया कि मारियुपोल और उसके आसपास अब 2 सामरिक टुकड़ियों के बराबर या लगभग 2,000 रूसी सैनिक ही रह गए हैं। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने गुरुवार को बताया कि मारियुपोल पर रूस के हवाई हमले अब भी जारी हैं, लेकिन रूसी बलों को क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल करने में कोई खास सफलता नहीं मिली है और मुख्य लड़ाई पूर्वी डोनबास इलाके में केंद्रित है।