कोरोना वैक्सीन के खिलाफ अब बच्चों को भी सुरक्षा कवच देने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। अब 6 से 12 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगेगी। DCGI ने इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। कोरोना के मामलों को बढ़ते देख सरकार ने 6 से 12 साल के बच्चों के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी है। वहीं 5 से 12 साल के बच्चों के लिए कॉर्बेवैक्स को मंजूरी मिली है। 12 साल से ज्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए ZyCovD को मंजूरी मिली है। सूत्रों के मुताबिक तीनों वैक्सीन को मंजूरी आपातकालीन इस्तेमाल के लिए दी गई है।
वैक्सीन लगवाने के लिए COWIN ऐप या पोर्टल पर पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद ही वैक्सीनेशन हो पाएगा।आपको बता दें कि कोरोना महामारी के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था। अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था। कोविड टीकाकरण का अगला चरण पिछले साल एक मार्च को 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और बीमारी से पीड़ित 45 वर्ष और अधिक आयु के लोगों के लिए शुरू हुआ था।
देश ने पिछले साल एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। पिछले साल एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड टीकाकरण की अनुमति देकर टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया गया। टीकाकरण का अगला चरण इस साल तीन जनवरी से 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए शुरू हुआ। भारत ने इस साल 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को टीकों की एहतियाती खुराक देना शुरू किया।
देश ने 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया और बीमारी की शर्त को हटा दिया जिससे 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग एहतियाती खुराक के लिए पात्र हो गए।