सुप्रीम कोर्ट से तगड़े झटके के बाद आज इमरान खान ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में इमरान खान ने साफ-साफ कहा कि चाहे जो हो जाए लेकिन वह शहबाज शरीफ को अचकन नहीं पहनने देंगे (शपथ नहीं लेने देंगे)। इमरान खान ने अपने सांसदों से कहा, “हम कहीं नहीं जा रहे हैं, आप देखते जाएं, क्या होगा… मेरा इस्तीफा देने का कोई इरदा नहीं है”।
पाकिस्तानी मीडिया एआरवाई न्यूज की मानें तो इमरान खान ने अपने सांसदों से लोगों के पास जाने और यह बताने के लिए कहा कि कैसे विदेशी मदद से विपक्ष द्वारा उनकी सरकार गिराने की कोशिश की गई। वहीं इमरान की पार्टी पीटीआई के सूत्रों ने अविश्वास प्रस्ताव से पहले पार्टी के सांसदों द्वारा ‘सामूहिक इस्तीफे’ पर किसी भी कदम से इनकार कर दिया। वहीं इस बीच रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तारिक खान ने ‘व्यक्तिगत कारणों’ का हवाला देते हुए ज्वाइंट जांच टीम का नेतृत्व करने से इनकार कर दिया। इस टीम को पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के संदर्भ में पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की जांच करनी थी।
बताते चलें कि खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने घोषणा की है कि वह उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ आंदोलन छेड़ेगी, जिसके जरिए प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने के (नेशनल असेंबली के) डिप्टी स्पीकर के फैसले को रद्द कर दिया गया है और संसद के निचले सदन को बहाल करने का आदेश दिया गया है। न्यायालय का यह ऐतिहासिक फैसला बृहस्पतिवार रात आया था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि खान की पार्टी राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानमंडलों में अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों के सामूहिक इस्तीफे पर भी विचार कर रही है।