बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेल रविवार को बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम में रंगारंग समापन समारोह के बाद आधिकारिक लौ बुझाने के साथ समाप्त हो गये। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने आधिकारिक रूप से बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम में बीजिंग ओलंपिक खेलों का समापन किया। कोरोना वायरस महामारी के बीच आयोजित ये दूसरे ओलंपिक थे।
कोविड-19 वायरस के कारण खिलाड़ी, मीडिया और कार्यकर्ता ‘बायो-बबल’ की पांबदियों में रहे। हालांकि 463 कोविड-19 पॉजिटिव मामले भी सामने आये। चीन पर मानवाधिकारों के उल्लघंन के आरोप लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कईयों ने ओलंपिक आयोजित करने के लिये अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की निंदा की। कई देशों ने कोई आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजकर इन ओलंपिक का बहिष्कार किया। हालांकि उन्होंने अपने खिलाड़ियों को इन खेलों में हिस्सा लेने के लिये भेजा। भारत ने आधिकारिक तौर पर इन खेलों के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की थी। उद्घाटन और समापन समारोह के लिये भारत ने अपना कोई दूत नहीं भेजा।
भारत सरकार ने घोषणा की थी बीजिंग में भारतीय दूतावास का कोई भी राजनयिक 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेगा क्योंकि चीन ने गलवान घाटी में हुई झड़प में शामिल एक सैन्य कमांडर को इन खेलों का मशालवाहक बनाया था। अब सभी खेलप्रेमियों की निगाहें पेरिस 2024 ओलंपिक पर लगी होंगी और अधिकारियों को उम्मीद है कि ये कोविड-मुक्त और विवाद मुक्त खेल होंगे।। मिलान और कॉर्टिना डी एमपेजाो में 2026 में मिलने के वादे के साथ ओलंपिक लौ औपचारिक रूप से बुझा दी गयी।