उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता आरपीएन सिंह ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। आरपीएन अब बीजेपी में शामिल होनेवाले हैं। जानकारी के मुताबिक तीन केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी में आरपीएन सिंह को बीजेपी ज्वाइन कराया जाएगा। आरपीएन सिंह ने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को सौंप दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे की कॉपी ट्विटर पर भी शेयर की है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा-आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं। जय हिंद।
ऐसे में जब उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने सम्भाली हुई है उसके बावजूद चुनाव से ठीक पहले आरपीएन ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया है।आरपीएन सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं। वह टीम राहुल का अहम चेहरा रहे हैं। टीम राहुल के सदस्य रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह के बीजेपी की तरफ जाने में भी अहम भूमिका सिंधिया की ही है।
आरपीएन सिंह कुशीनगर के पडरौना के रहने वाले हैं। पडरौना में आरपीएन सिंह को राजा साहब कहा जाता है। वह 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। वह यूपीए-2 सरकार में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। वहीं आरपीएन सिंह के पिता कुंवर सीपीएन सिंह भी कुशीनगर से सांसद रह चुके हैं और वे 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा राज्य मंत्री थे।