दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच कई देशों ने अपनी सीमाएं बंद कर दी है और कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। कोरोना का यह नया वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। सबसे पहले यह दक्षिण अफ्रीका में पाया गया जिसके बाद कई अन्य देशों में भी ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं।
लैटिन अमेरिका में केविड-19 वैश्विक महामारी का प्रकोप पहले ही काफी रहा है, जबकि ब्राजील में संक्रमण से छह लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है। ब्राजील में विदेश से आने वाले यात्रियों को कोविड-19 रोधी टीके लगे होना अनिवार्य नहीं है। इससे पहले, मंगलवार को जापान और फ्रांस में भी ‘ओमीक्रोन’ के मामले सामने आ गए थे। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के इस नए स्वरूप को लेकर आगाह करने से पहले ही यूरोप में इसके फैलने की आशंका है।
पिछले बुधवार, 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को इस नए स्वरूप के सामने आने की जानकारी दी थी। कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के बारे में अब तक अधिक जानकारी हासिल नहीं हो पाई है। हालांकि, कुछ स्वास्थ्य अधिकारियों को वायरस के संक्रमण से लोगों के गंभीर रूप से बीमार होने और टीकों के इसके खिलाफ कारगर ना होने को लेकर भी संदेह है।
कनाडा ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को लेकर चिंताओं के बीच तीन और देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। कनाडा उन सभी विदेशी नागरिकों पर प्रतिबंध लगा रहा है, जिन्होंने नाइजीरिया, मलावी और मिस्र में हाल ही में यात्रा की थी। कनाडा ने इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के सात देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
अब तक इन देशों में मिले ओमिक्रॉन के मामले
- ऑस्ट्रेलिया-6
- ऑस्ट्रिया-1
- बेल्जियम-1
- बोत्सवाना-19
- कनाडा-3
- चेक रिपब्लिक-1
- डेनमार्क: 2
- फ्रांस: 1
- जर्मनी: 4
- हांगकांग: 3
- इज़राइल: 2
- इटली: 4
- जापान: 1
- नीदरलैंड: 14
- पुर्तगाल: 13
- दक्षिण अफ्रीका: 77
- स्पेन: 1
- स्वीडन: 1
- यूनाइटेड किंगडम: 14