दिल्ली की बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) ने पिछले दो वर्षों की तुलना में इस साल सर्दियों के मौसम में राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की मांग बढ़ कर 5,400 मेगावाट पहुंचने का अनुमान व्यक्त किया है। कंपनियों के अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल इस मौसम में दिल्ली में बिजली की मांग 5,021 मेगावाट तक पहुंच गई थी और 2019 में यह 5,343 मेगावाट थी।
बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि पिछली सर्दियों के दौरान बीआरपीएल और बीवाईपीएल के क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड के दौरान बिजली की मांग क्रमश: 2091 मेगावाट और 1107 मेगावाट तक पहुंच गई थी।
इस साल, बीआरपीएल और बीवाईपीएल को बिजली की मांग क्रमशः 2315 मेगावाट और 1140 मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है। बिजली की विश्वसनीय आपूर्ति के लिए सटीक मांग (भार) का पूर्वानुमान महत्वपूर्ण है। यह पूर्वानुमान विभिन्न मापदंडों के आधार पर लगाया जाता है।
अधिकारियों ने कहा कि तापमान, वर्षा, बादल, हवा की गति और दिशा तथा आर्द्रता जैसे मौसम संबंधी मापदंड मांग के सटीक पूर्वानुमान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
किसी भी मौसम में विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में उचित बिजली व्यवस्था के साथ-साथ सटीक मांग पूर्वानुमान और मजबूत वितरण नेटवर्क भी महत्वपूर्ण है।
बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बीएसईएस कंपनियां सर्दियों में अपने लगभग 46 लाख उपभोक्ताओं के लिए पर्याप्त बिजली उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।