अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित कार्ते परवान गुरुद्वारे में तालिबान के लड़ाकों ने तोड़फोड़ की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान के इन लड़ाकों ने गुरुद्वारे पर तैनात गार्ड्स को हिरासत में ले लिया। उन्होंने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया और फिर वहां से चले गए। बता दें कि काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद यह गुरुद्वारा सिखों और हिंदुओं के लिए पनाहगाह बना था। अफगानिस्तान की सत्ता हथियाने के बाद तालिबान ने आश्वासन दिया था कि यहां के लोगों की सुरक्षा की जाएगी, लेकिन हालिया घटना ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
स्थानीय प्रशासन को दी गई सूचना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15-16 तालिबान लड़ाकों ने दोपहर को गुरुद्वारे पर धावा बोल दिया और वहां मौजूद 3 गार्ड्स को हाथ-पैर बांध दिए। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारे में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया। घटना के बाद इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई और फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुद्वारे की बेअदबी करते हुए उसे नुकसान पहुंचाया गया है। बता दें कि इससे पहले तालिबान के लड़ाकों द्वारा अल्पसंख्यक हाजरा समुदाय के लोगों पर अत्याचार की खबरें सामने आ चुकी हैं।
बार-बार असली रंग दिखा रहा तालिबान
बता दें कि बीते 15 अगस्त को अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने के बाद से तालिबान खुद को बदलने की बात करता रहा है। हालांकि अफगानिस्तान से आ रही रिपोर्ट्स उसके इस आश्वासन को झुठलाती हुई नजर आती हैं। आम नागरिकों को लेकर भी तालिबान अपने पुराने ढर्रे पर चलता हुआ नजर आ रहा है। अभी हाल ही में अफगानिस्तान के हेरात शहर के मुख्य चौराहे पर तालिबान ने एक शव क्रेन से लटका दिया था। तालिबान ने इसके अलावा भी कई मौकों पर लोगों को कड़ी सजा दी, जो की बेहद अमानवीय थी।