लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Minister Ajay Mishra Teni) के समर्थक और भाजपा नेता सुमित जायसवाल ने 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है. इससे पहले पूरे मामले में पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं हुई है. फिलहाल पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है. जानकारी के मुताबिक एसटीएफ सोमवार शाम से ही जांच अपने हाथ में ले लेगी. उधर पुलिस ने हिंसा के बाद वायरल वीडियो से 24 लोगों की शिनाख्त की है. साथ ही पुलिस सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
उधर, योगी सरकार ने हिंसक झड़प में मारे गए चार किसानों के परिजनों को 45-45 रुपए आर्थिक मदद दी जाएगी. साथ ही मृतक परिवारों के एक सदस्य नौकरी और मामले की आठ दिन के भीतर जांच कर आरोपियों की गिरफ़्तारी की जाएगी. इसके अलावा घायलों को 10-10 लाख रुपये की मदद दी जाएगी. किसानों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. पूरे मामले की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच भी की जाएगी. सोमवार सुबह से दो राउंड की बैठक के बाद प्रशासन और किसानों के बीच सहमति बन गई है. जिसके बाद किसानों ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की बात कही.
लखीमपुर खीरी में नेताओं की एंट्री बैन
प्रशांत कुमार ने कहा कि जिले में धारा 144 की वजह से किसी भी नेता को एंट्री नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के सदस्यों और किसान नेताओं के आने जाने पर कोई रोक नहीं है. मौके पर भारी पुलिसबल और PAC की कंपनियां तैनात हैं.