राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 परीक्षा के दौरान हुई कथित अनियमितताओं के विरोध में बेरोजगार युवा बृहस्पतिवार को यहां प्रदर्शन करेंगे और सरकार पर परीक्षा में हुई गड़बड़ी में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों की बर्खास्तगी की मांग करेंगे।
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने संवाददाताओं को बताया कि रीट भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक होने और विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर पेपरों के देरी से पहुंचने सहित कई अनियमितताएं सामने आई है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार के तमाम दावों और व्यवस्थाओं के बावजूद राज्य के बेरोजगार युवा बडे़ पैमाने पर हो रही अनियमितताओं से नाराज है़। हालांकि, सरकार ने ‘डैमेज कंट्रोल’ के लिये संदेंह के आधार पर कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, लेकिन बेरोजगार युवा कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और उनकी बर्खास्तगी की मांग पर अड़ा हुआ है।
यादव के मुताबिक परीक्षा में हुई धांधलियों में शामिल कर्मचारियों की बर्खास्तगी और उनकी सपंत्ति जब्त करने की मांग को लेकर युवा जयपुर के शहीद स्मारक पर 30 सितंबर (बृहस्पतिवार) को प्रदर्शन करेंगे।
वहीं रीट परीक्षा 2021 में हुई धांधलियों की सीबीआई जांच की मांग कर रहे राज्य के भाजपा नेताओं ने अब मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबन का निर्णय रीट परीक्षा 2021 में अनियमितता को साबित करता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को मामले की न्यायिक जांच के आदेश देने चाहिए।
राजस्थान सरकार ने रविवार को आयोजित राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 के दौरान संदिग्ध गतिविधियों और अनियमितताओं में शामिल एक आरएएस, दो आरपीएस अधिकारियों, शिक्षा विभाग के 13 कर्मियों और तीन अन्य पुलिस कर्मियों को मंगलवार को निलंबित कर दिया था।
सरकार ने सवाईमाधोपुर जिले के वजीरपुर के उपखंड अधिकारी नरेन्द्र कुमार मीणा (आरएएस) और दो राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी नारायण तिवाड़ी और राजूलाल मीणा व सवाईमाधोपुर के जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम मीणा को निलंबित कर दिया था।