प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिका दौरे पर हैं। पीएम मोदी आज यानि 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए शुरुआत में पीएम ने कहा, ‘मैं उस देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिसे मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव हासिल है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘लोकतंत्र की हमारी हजारों वर्षों की महान परंपरा ने इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश में प्रवेश किया। हमारी विविधता, हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान है।’
अपने संबोधन में पीएम ने भारत में वैक्सीन की उपलब्धियों का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा, ‘गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व, 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है।’ इस दौरान उन्होंने कोविड के कारण अपना जीवन गंवाने वाले लोगों को संयुक्त राष्ट्र महासभा से श्रद्धांजलि अर्पित की
कोरोना वैक्सीन पर पीएम का संबोधन
संयुक्त राष्ट्र महासभा संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत का वैक्सीन डिलीवरी प्लेटफॉर्म कोविन एक ही दिन में करोड़ों वैक्सीन डोज लगाने के लिए डिजीटल सहायता दे रहा है। मैं UNGA को ये जानकारी देना चाहता हूं कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन विकसीत कर ली है जिसे 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है।’
पीएम ने कहा, ‘भारत के वैज्ञानिक एक नेजल वैक्सीन के निर्माण में भी लगे हैं। मानवता के प्रति अपने दायित्व को समझते हुए भारत ने एक बार फिर दुनिया के जरूरतमंदों को वैक्सीन देनी शुरू कर दी है। मैं आज दुनिया भर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित करता हूं कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए। मैं UNGA को ये जानकारी देना चाहता हूं कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन विकसीत कर ली है जिसे 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘कोरोना महामारी ने विश्व को ये भी सबक दिया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को अब और अधिक Diversify किया जाए। इसके लिए Global Value Chains का विस्तार आवश्यक है। हमारा आत्मनिर्भर भारत अभियान इसी भावना से प्रेरित है।’
भारत ने दुनिया के विकासशील देशों को मेक-इन-इंडिया वैक्सीन की प्रदान की। भारत ने 29 मई 2021 तक 6.63 करोड़ वैक्सीन का निर्यात किया है। अक्टूबर 2021 से सरप्लस टीकों का निर्यात प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने हेल्थ संबोधन के आखिर में कहा कि 50 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज का लाभ देकर उन्हें क्वालिटी हेल्थ से जोड़ा है।