बीते हफ्ते इंग्लैंड (England) में करीब 1,00,000 से अधिक स्टूडेंट्स कोरोना (Covid Positive) संक्रमण के शिकार या संदिग्ध मामलों (Covid Suspected) की वजह से स्कूलों में अनुपस्थित रहे। इंग्लैंड (England Students Covid Positive) के लिए यह आंकड़ा बहुत ज्यादा है। वहीं स्कूल के प्रिंसिपलों का कहना है कि कोविड-19 (Covid-19) के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार को “हाई अलर्ट” पर रहना होगा। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 16 सितंबर को 92% से कम स्टूडेंट्स क्लास में मौजूद थे। इनमें से 59,000 छात्र COVID-19 पॉजिटिव (Covid Positive) होने की वजह से अनुपस्थित थे वहीं 45,000 स्टूडेंट्स कोरोना के संदिग्ध मामलों के कारण मौजूद नहीं थे।
कोविड-19 (COVID-19) से संबंधित कारणों से पिछले सप्ताह राज्य के स्कूलों से 1,22,000 छात्र गायब थे। इनमें से 16,000 स्टूडेंट आइसोलेशन में थे जबकि 2,000 छात्र “कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार लगे प्रतिबंधों” की वजह से स्कूल नहीं आ सके। केंद्र और स्थानीय सरकारें अब हाई अलर्ट पर हैं और यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो तुरंत प्रतिक्रिया देने की पूरी तैयारी है। पिछले साल की तुलना में इस बार 1,03,000 छात्रों के बीच कोरोना मामलों की संख्या अधिक है। जुलाई के मध्य में, शिक्षा विभाग ने बताया कि COVID मामलों के कारण सिर्फ 82,000 छात्र अनुपस्थित थे।
बता दें, माध्यमिक विद्यालय कोरोना महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। प्रत्येक 100 छात्रों में से एक कोविड संक्रमित है। बिना कोविड वाले स्टूडेंट्स सहित माध्यमिक विद्यालयों में कुल अनुपस्थिति दर 10% थी, जो पूर्व-महामारी अनुपस्थिति से दोगुनी बताई जा रही है। शिक्षकों की बात करें तो राज्य के स्कूलों में प्रत्येक 100 शिक्षकों में से एक COVID-19 की वजह से अनुपस्थित रहे। स्कूल के नए साल की शुरूआत में शिक्षकों ने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का फॉलो ना करने की छूट दी थी। इसलिए आंकड़े बताते हैं कि पहले स्कूल और कॉलेजों में ही वायरस का फैलाव ज्यादा था। जुलाई में दस लाख से अधिक छात्र अनुपस्थित थे, जिनमें से 9,30,000 छोत्रों ने खुद को आइसोलेट कर रखा था। इस साल, शिक्षा विभाग ने फैसला किया कि जो बच्चे संक्रमित हैं या संदिग्ध मामलों के करीबी संपर्क में हैं, उन्हें तब तक आइसोलेट होने की आवश्यकता नहीं है जब तक कि कोविड के लक्षण न दिखाई दें।