आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ‘‘असली बनाम फर्जी राष्ट्रवाद’’ के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश का आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
राज्यसभा सदस्य एवं आप के उत्तर प्रदेश प्रभारी सिंह ने रविवार को ‘भाषा’ से बातचीत में दावा किया कि उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा मजबूत है।
सिंह ने कहा, “विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का मुख्य मुद्दा भाजपा का राष्ट्रवाद बनाम आम आदमी पार्टी का राष्ट्रवाद होगा। भाजपा का राष्ट्रवाद फर्जी है। वहीं, आम आदमी पार्टी का राष्ट्रवाद असली है।”
आप नेता ने कहा, “भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति की काट इसी नीति के जरिए की जा सकती है। वर्ष 2011 में लोगों ने महात्मा गांधी के रास्ते पर चलकर अन्ना हजारे की अगुवाई में भ्रष्टाचार के खिलाफ अहिंसक आंदोलन किया था। मगर 2014 के बाद से हालात पर सांप्रदायिकता हावी हो गई।”
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों के मन में हम यह भावना उत्पन्न करेंगे कि वे खुद से यह सवाल पूछें कि नफरत की राजनीति से उन्हें क्या मिला। क्या पेट्रोल सस्ता हुआ, महंगाई कम हुई, सबको रोजगार मिल गया और क्या काला धन वापस आ गया।”
सिंह ने उत्तर प्रदेश में सभी 403 सीटों पर अपने बलबूते चुनाव लड़ने के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर कहा, “हम दिल्ली मॉडल को लेकर चुनाव लड़ेंगे। तब हमारे पास सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहता।”
इस सवाल पर कि क्या आम आदमी पार्टी का संगठन उत्तर प्रदेश में इतना मजबूत है कि सभी सीटों पर चुनाव लड़ सके, सिंह ने दावा किया कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा मजबूत है।
सिंह ने कहा कि हाल के पंचायत चुनाव में जहां कांग्रेस के मात्र 40 जिला पंचायत सदस्य जीते, वहीं आम आदमी पार्टी के 83 उम्मीदवारों ने विजय प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 150 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रभारी नियुक्त किया जा चुके हैं तथा बाकी सीटों पर भी जल्द ही प्रभारी तय कर दिए जाएंगे। आप नेता ने कहा कि प्रदेश में एक करोड़ सदस्य बनाने का अभियान चल रहा है जो समय से पहले पूरा होने की संभावना है।
सिंह ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम करार देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी उसे जमीनी स्तर पर बेनकाब कर रही है।