तालिबान अब अफगानिस्तान में अपने आतंकी शासन को लागू करने लगा है। देश के नागरिकों को प्रताड़ित करने लिए वो रोज नई-नई चाल चल रहा है। कभी वो अफगान महिलाओं को शरिया कानून के तहत अधिकार देने की बात करता है तो कभी कहता है कि काबुल में शांति व्यवस्था स्थापित की जाएगी। इस बीच तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट को सील कर दिया है।
तालिबान ने बुधवार को काबुल एयरपोर्ट को को सील कर दिया और ऐलान किया कि वो अब अफगान नागरिकों को देश छोड़ने नहीं देंगे। तालिबान की तरफ से ये कार्रवाई तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद द्वारा तालिबान अफगानों को देश छोड़ने की अनुमति नहीं देने वाले बयान के बाद की गई है।
तालिबान ने घोषणा की है कि विदेशियों को हवाई अड्डे की ओर जाने की अनुमति दी गई है, लेकिन अफगान नागरिकों को एयरपोर्ट जाने से रोक दिया जाएगा।
तालिबान ने कहा कि ‘हम अफगान नागरिकों को जाने देने के पक्ष में नहीं हैं। उनके (अमेरिकियों) के पास अवसर है, उनके पास सभी संसाधन हैं, वे अपने सभी लोगों को ले जा सकते हैं, लेकिन हम अफगानों को जाने नहीं देंगे, और हम समय सीमा नहीं बढ़ाएंगे।’
तालिबान ने अफगानों के लिए बंद किया काबुल एयरपोर्ट
अफगानिस्तान में वापस रहने के लिए मजबूर किए गए नागरिकों के खिलाफ लक्षित हत्याओं की कई रिपोर्टें मिली हैं। घर-घर तलाशी, स्कूलों को जलाए जाने और अफगानिस्तान की महिलाओं के अधिकारों पर शिकंजा कसने की खबरें भी सामने आई हैं। तालिबान शासन से बचने के लिए अफगान नागरिक एयरपोर्ट की तरफ रुख कर रहे हैं। जिसकी वजह से पिछले एक हफ्ते में काबुल हवाईअड्डे से दिल दहला देने वाली कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं।
हजारों हताश नागरिकों ने हवाई पट्टी से उड़ान भरने वाली विमानों या सैन्य विमानों के पीछे भागने की कोशिश की है। पिछले हफ्ते, अफगान नागरिकों को सी-17 ग्लोबमास्टर के अंडर कैरिज और लैंडिंग गियर से चिपके हुए देखा गया था। इस घटना में एक युवा फुटबॉलर समेत दो अफगानों की बीच हवा से गिरने से मौत हो गई।
हालांकि, एयरपोर्ट पर न पहुंचने वाले अफगान अब तालिबान के शासन में फंस गए हैं। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट का रास्ता बंद कर दिया है।