चीन के तियानजिन विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने गए छात्र नागसेन अमन की बीते 23 जुलाई को हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्ट के बाद आज यानी शुक्रवार को अमन का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा है। आज ही सुबह अमन का पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया था। वहां से फ्लाइटसे शव को पटना लाया गया। इसके सड़क के रास्ते शव अमन के गृह जिला गया लाया गया।
नागसेन अमन के पैतृक गांव में उसका अंतिम संस्कार किया गया। मृतक अमन के चाचा ने सरकार पर सवाल करते हुए पूछा कि, “मेरे बच्चे की चीन में हत्या होती है, यहां की सरकार क्या कर रही है? विदेश में यहां के एक छात्र की हत्या की जाती है और सरकार जागती नहीं है।”
अमन नागसेन के परिवारवालों के मुताबिक कोई कॉल या मैसेज नहीं मिलने के बाद उन्होंने बीजिंग में रहने वाले लोकल गार्जियन से संपर्क किया था जिसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से संपर्क किया और अमन की तलाश करने की कोशिश की, जिसपर यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने अमन की मौत की खबर दी।
बाद में चीन ने सूचना देकर बताया कि नागसेन का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। 20 वर्षीय छात्र के परिवार से इसके लिए सहमति ली गई थी। हालांकि परिवार चाहता था कि उसका पोस्टमॉर्टम भारत में ही कराया जाए, लेकिन इसके लिए चीन ने सहमति नहीं दी थी।
पोस्टमॉर्टम के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर नागसेन के शव को स्वदेश भेज दिया गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले आश्वासन दिया था कि वह व्यक्तिगत रूप से भारतीय छात्र की मौत की जांच कराएंगे।