महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा कि अगर केंद्र सरकार ने पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया है तो उसे इसकी जांच करनी चाहिए कि कहीं किसी विदेशी सरकार ने भारतीय नेताओं, न्यायाधीशों, अधिकारियों और पत्रकारों की जासूसी तो नहीं की।
मलिक ने यहां संवाददाताओं को बताया कि रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पेगासस सॉफ्टवेयर को लेकर इजराइली सॉफ्टवेयर कंपनी ‘एनएसओ समूह’ के साथ कोई वित्तीय लेनदेन नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, “इस मामले में, केंद्र सरकार को तत्काल एक जांच करानी चाहिए कि कहीं किसी अन्य देश ने भारत में विपक्षी नेताओं, उच्चतम न्यायालयों के न्यायाधीशों, व्यवसायियों, पत्रकारों और वकीलों की जासूसी तो नहीं करवाई।” मलिक ने कहा कि अगर ऐसा है तो यह और भी गंभीर मामला है।