दिल्ली सरकार ने राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति में सुधार के मद्देनजर निजी अस्पतालों को होटलों में विस्तारित कोविड सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश दिया है।
सरकार ने इससे पहले दूसरी लहर के दौरान होटलों को निजी अस्पतालों से जोड़ने का आदेश जारी किया था ताकि उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच राष्ट्रीय राजधानी में बिस्तर क्षमता बढ़ाने के मद्देनजर विस्तारित कोविड सुविधाओं में परिवर्तित किया जा सके।
इस संबंध में 29 जुलाई को जारी नये आदेश में कहा गया, “निजी अस्पतालों द्वारा होटलों में स्वास्थ्य केंद्र बनाने की योजना को बंद करने का फैसला किया गया है जो पूर्व में चलाया गया था। सभी संबंधित अस्पतालों को, इसके अनुसार होटलों में चल रहे केंद्रों को तत्काल बंद करने का निर्देश दिया जाता है।”
दिल्ली में कोविड की भयावह दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में बिस्तर की और ऑक्सीजन की घोर कमी हो गई थी।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 19 अप्रैल के बाद से, संक्रमण के दैनिक मामले और मौते के मामले बढ़ते जा रहे थे। 20 अप्रैल को 28,000 से ज्यादा मामले सामने आए थे और 277 मरीजों की मौत हुई थी।
तीन मई को शहर में रिकॉर्ड 488 लोगों की मौत हुई थी।
हालांकि पिछले कई दिनों से दैनिक मामले कम होने के साथ ही संक्रमण दर भी घटी है। रोजाना होने वाली मौतें भी कम हुई हैं।
दिल्ली में शुक्रवार को कोविड के 63 नये मामले दर्ज किए गए थे जबकि संक्रमण दर 0.09 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 14,35,207 हैं और कुल 25,052 मरीजों की मौत हुई है।
मामले घटने के साथ ही अस्पतालों में बिस्तर भी उपलब्ध होने लगे हैं। आंकड़ों के मुताबिक अस्पतालों के 12,283 बिस्तरों में से केवल 333 पर मरीज हैं।