जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में अमरनाथ गुफा के पास बुधवार को बादल फटने (Cloud Burst Near Amarnath Cave) की घटना सामने आई है. फिलहाल इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. मौके पर राहत कार्य जारी है. बताया जा रहा है कि जिस समय बादल फटा उस समय गुफा में कोई भी श्रद्धालु मौजूद नहीं था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक एसडीआरएफ की दो टीमें फिलहाल गुफा पर मौजूद हैं. साथ ही एक और टीम को गांदरबल के लिए रवाना किया गया है. इस पूरी घटना का वीडियो जम्मू कश्मीर आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किया है.
घटना के इस वीडियो में चट्टानों से तेजी से पानी के साथ भारी मात्रा में पत्थर और मिट्टी गिरती हुई दिखाई दे रही है. गुफा के पास बादल फटने के बाद आस-पास के रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियाती तौर पर सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं. इस घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल से बातचीत की है. केन्द्र सरकार की ओर से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया गया है. बता दें कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया था.
किश्तवाड़ में बादल फटने से हुई सात लोगों की मौत
इससे पहले बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने के कारण एक पुल के अलावा छोटी नदी के किनारे स्थित छह मकान और एक राशन की दुकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का संयुक्त राहत अभियान जारी है, जो लापता 14 लोगों की तलाश में जुटे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना से उत्पन्न स्थिति पर करीब नजर रख रही है और प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है.
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से बात की और स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की.