जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर भारत को पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने दी सलाह दी है। महबूबा ने बुधवार को कहा कि भारत को पाक के साथ बातचीत शुरू करनी चाहिए। पार्टी के कार्यक्रम में बोलते हुए पीडीपी चीफ ने पाकिस्तान के साथ बातचीच पर जोरा दिया। साथ ही उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि वो जब भी पाकिस्तान के बारे में बात करती हैं तो प्रधानमंत्री मोदी ‘नाराज’ क्यों हो जाते हैं। इतना ही नहीं महबूबा मुफ्ती ने भारत को पड़ोसी देश पाक के साथ व्यापार करने की भी सलाह दी है।
पाकिस्तान से बात करें पीएम: महबूबा मुफ्ती
आर्टिकल 370 को निरस्त करने का हवाला देते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ये पाकिस्तान या चीन द्वारा नहीं दिया गया था। वहीं उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पाक यात्रा का भी जिक्र किया और सुझाव दिया कि वर्तमान की मोदी सरकार को भी इस्लामाबाद से बातचीत करने पर विचार करना चाहिए। मुफ्ती ने साल 2015 में पीएम मोदी की अचानक लाहौर यात्रा को भी याद किया।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम ने ये भी कहा कि पाकिस्तान से घुसपैठ को कम करने के लिए संघर्ष विराम लगाया गया है। मुफ्ती ने आगे कहा कि मुजफ्फराबाद रोड को पाकिस्तान से बातचीत के बाद ही खोला गया था।
महबूबा ने ये भी कहा कि अगर वे (भारत) दोहा जाकर तालिबान से बात कर सकते हैं तो उन्हें हमारे और पाकिस्तान के साथ भी एक प्रस्ताव लाने के लिए बातचीत करनी चाहिए।
पहले भी दे चुकी हैं पाक के पक्ष में बयान
बता दें कि पीएम मोदी से कश्मीर के नेताओं की मुलाकात से ठीक पहले भी महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान के पक्ष में अपना बयान दिया था। जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की सर्वदलीय बैठक से पहले, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान को शामिल करने की वकालत की थी। महबूबा ने कहा था, ‘सरकार दोहा में तालिबान के साथ बातचीत कर रही है। उन्हें जम्मू-कश्मीर में बात करनी चाहिए। इसके अलावा उन्हें मुद्दों के समाधान के लिए पाकिस्तान से भी बातचीत करनी चाहिए।’
महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में पाक को शामिल किया जाना चाहिए. मुफ्ती ने सुझाव दिया था कि जम्मू-कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित किया जाना चाहिए।