केरल में एक बार फिर कोरोना संक्रमण में तेजी देखा जा रहा है। केरल में 20,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। जो एक दिन में सक्रिय मामलों में भारत के 50% से ज्यादा है। बुधवार को देशभर में 43,654 नए मामले दर्ज किए, जिसमें से आधे से अधिक केरल से सामने आए हैं। केरल में बीते 24 घंटों में 22,129 नए मामले दर्ज करते हुए हैं। इसी के साथ केरल में बीते 50 दिनों में सबसे ज्यादा एक दिन में कोरोना के केस सामने आए हैं।
पिनाराई विजयन पर बीजेपी का हमला
केरल में कोरोना संक्रमण बढ़ने का कारण बीजेपी ने इसे मुख्यमंत्री के ईद पर दी गई ढील को बताया है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि मलप्पुरम जिले जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में एक दिन में 4000 से अधिक मामले सामने आए हैं। ईद के लिए माकपा सरकार द्वारा घोषित ढील पर मालवीय ने कहा कि ‘धर्मनिरपेक्षतावादियों ने इसपर चुप्पी साध रखी है।’
इधर, केरल मॉडल पर सवाल उठाते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पूछा कि क्या बढ़ते संक्रमण की कथा अभी भी कुंभ मेले या कांवड़ यात्रा के आसपास बनाई जाएगी।
बकरीद में ढील को लेकर विवाद
केरल राज्य सरकार के ईद समारोह से पहले COVID-19 मानदंडों में ढील देने के फैसले की कड़ी आलोचना हुई थी। राज्य सरकार ने बकरीद से पहले तीन दिन की छूट की अनुमति दी थी और 17 जून को लॉकडाउन प्रतिबंध वापस ले लिया था। इसने कई प्रतिष्ठानों को 18-20 जुलाई तक सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक ए, बी और सी श्रेणी के क्षेत्रों में खुले रहने की अनुमति दी गई थी।
इस फैसले पर न केवल भाजपा, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और अन्य विशेषज्ञों ने कड़ा विरोध जताया था। बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी निंदा की थी। सुप्रीम कोर्ट ने खराब स्थिति दिखाने के लिए केरल सरकार की आलोचना की थी और उस पर ‘दबाव में झुकने’ का आरोप लगाया था।